भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से कार्टोसैट-3 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से एडवांस्ड रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट कार्टोसैट-3 लॉन्च किया। इसरो का इस साल का यह पांचवां मिशन है। कार्टोसैट के साथ अमेरिका के 13 छोटे कमर्शियल उपग्रह भी भेजे गए हैं। यह लॉन्चिंग पीएसएलवी-सी47 रॉकेट से की गई। कार्टोसैट का उपयोग मौसम और सैन्य जानकारी जुटाने में होगा।
अब भारतीय सेना पाकिस्तान की नापाक हरकत और उनकी आतंकी गतिविधियों पर बाज जैसी नजर रख पाएंगी। जरूरत पड़ने पर इस सैटेलाइट की मदद से सर्जिकल या एयर स्ट्राइक भी कर पाएंगी। साथ ही प्राकृतिक आपदाओं में भी मदद करेगा। कार्टोसैट-3 पृथ्वी से 509 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्कर लगाएगा।
कार्टोसैट-3 का वजन लगभग 1500 किलोग्राम है। यह थर्ड जेनरेशन के एडवांस्ड हाई रेजोल्यूशन वाले अर्थ इमेजिंग सैटेलाइटों में पहला है। 22 जुलाई को चंद्रयान-2 लॉन्च किया गया था। इसका ऑर्बिटर सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में स्थापित हो गया, लेकिन 7 सितंबर को लैंडर विक्रम सॉफ्ट लैंडिंग करने में नाकाम रहा था।
ताज़ा खबरें जानने के लिए जुड़े रहे हमारी न्यूज वेबसाइट indiashor.com से और पाए हिन्दी समाचार अपने मोबाइल पर। आप हमें फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी लाइक और फॉलो कर सकते हैं।