महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कोशिशें तेज हो गई हैं। शिवसेना के साथ गठबंधन पर फैसले को लेकर सबकी निगाहें एनसीपी और कांग्रेस की बैठक पर टिकी है। दोनों ही पार्टियां फूंक-फूंककर कदम रख रही है राज्य में जल्द सरकार बनने के आसार दिखाई नहीं दे रहे हैं।
कांग्रेस-एनसीपी के बीच होने जा रही आज की मीटिंग में लिया जायेगा अहम फैसला
कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच होने वाली इस बैठक से शिवसेना को काफी उम्मीदें हैं। यदि दोनों पार्टियां सेना का समर्थन करती हैं तो गठबंधन का नाम क्या होगा, इस पर भी चर्चा संभव। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा, महाराष्ट्र में नई सरकार दिसंबर के पहले हफ्ते में बन सकती है। वहीं पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे शुक्रवार को अपने विधायकों से मिल उन्हें सरकार बनाने में हो रही देरी को लेकर जानकारी देंगे। इस मीटिंग में पार्टी आगे की रणनीति पर भी चर्चा करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, अहमद पटेल और महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खडगे शामिल हुए थे। ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे पर एनसीपी से भी बात करना चाहती है, ताकि स्थिति साफ हो सके। भाजपा को लेकर शिवसेना के तेवर अभी भी तल्ख है। एनडीए में रहते हुए शिवसेना ने कई मुद्दों पर भाजपा से अलग फैसला लिया है।
भाजपा सांसद गिरीश भालचंद्र बापट ने कहा, शिवसेना परिवार के हठी रवैये के कारण ही राज्य में अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। शिवसेना कांग्रेस तथा एनसीपी सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रही है जो किसी भी सूरत में संभव नहीं दिखता।