ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद का 79 साल की उम्र में निधन गया है। उनके निधन पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर शौक जताया हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक मरने से पहले सुल्तान एक बंद लिफाफा छोड़कर गए हैं। जिसमें उन्होंने ओमान के सुल्तान की गद्दी के लिए अपनी पसंद बताई है।
ओमान के सुल्तान काबूस बिन सईद का शनिवार सुबह लंबी बीमारी के बाद 79 साल की उम्र में निधन हो गया। सुल्तान के निधन के बाद शनिवार को ओमान में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया। हालांकि सुल्तान की मौत के कारण का अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें कैंसर था, जिसका बेल्जियम से इलाज कराकर वह पिछले महीने ही लौटे थे। 1970 में ब्रिटेन के समर्थन से सुल्तान काबूस ने अपने पिता को गद्दी से हटाया और खुद ओमान के सुल्तान बने। उन्होंने ओमान की तरक्की के लिए तेल से होने वाली कमाई का प्रयोग किया। सुल्तान काबूस शादीशुदा नहीं थे, इसलिए उनके उत्तराधिकारी के तौर पर अब कोई नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबूस बिन सईद के निधन पर शौक जताया है। उन्होंन ट्वीट करते हुए लिखा, सुल्तान काबूस बिन सईद के निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है। वह एक दूरदर्शी नेता और राजनेता थे, जिन्होंने ओमान को एक आधुनिक और समृद्ध राष्ट्र में बदल दिया। वह दुनिया के लिए शांति के प्रतीक थे।
I am deeply saddened to learn about the passing away of His Majesty Sultan Qaboos bin Said al Said. He was a visionary leader and statesman who transformed Oman into a modern and prosperous nation. He was a beacon of peace for our region and the world. pic.twitter.com/7QnGhM5lNA
— Narendra Modi (@narendramodi) January 11, 2020
बता दें कि शाही परिवार परिषद में करीब 50 पुरुष सदस्य हैं। मरने से पहले सुल्तान एक बंद लिफाफा छोड़कर गए हैं। जिसमें उन्होंने ओमान के सुल्तान की गद्दी के लिए अपनी पसंद बताई है। अगर परिवार तीन दिन में नए सुल्तान को लेकर सहमति नहीं बना पाता है तो रक्षा परिषद के सदस्य, सुप्रीम कोर्ट के अध्यक्ष, सलाहकार परिषद और राज्य परिषद उस बंद लिफाफे को खोलेंगे, जिसमें सुल्तान काबूस ने नए सुल्तान को लेकर अपनी पसंद बताई है। फिर उस व्यक्ति को ही ओमान का नया सुल्तान बनाया जाएगा।
सुल्तान काबूस का जन्म 18 नवंबर 1940 को सलालाह में हुआ था। वह अल बू सईद वंश के वंशज थे। बताया जाता है कि सुल्तान काबूस की पढ़ाई भारत और सैंडहर्स्ट की रॉयल मिलिट्री एकेडमी में हुई थी। सईद ने 1970 में अपने पिता सईद बिन तैमूर का तख्तापलट कर ओमान की बागडोर अपने हाथ में ली थी। पांच साल के शासन में सईद ने ओमान को गरीबी से निकालकर विकास की पटरी पर लाकर खड़ा कर दिया। सईद ने तेल के भंडारों के जरिए खाड़ी में अपना अलग मुकाम बनाया और दुनिया भर के देशों के साथ आपसी रिश्ते मजबूत किए।