युवाओं ने कहा- चीन में जीना मुश्किल है। कंपनी के काम से गए थे, वापस बुला लिया।
कोरोना वायरस के हाहाकार के कारण कंपनी के काम से चीन गए शहर के दो युवा समेत 3 लोग वडोदरा वापस आए। वे मुम्बई एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से वडोदरा आए, यहां से वे सीधे सयाजी हॉस्पिटल पहुंचे। जहां उनका मेडिकल चेकअप किया गया। उनके वायरस के कोई लक्षण नहीं मिलने पर उन्हें घर जाने के लिए कह दिया गया।
हितेंद्र सिंह चौहान और भरत राजवंशी 25 दिन के लिए कंपनी के काम से चीन गए थे। कोरोना वायरस के चलते वे वहां फंस गए। कंपनी ने उन्हें तुरंत वहां से निकलने के लिए कहा। भारत आए हितेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि चीन में अब जीना बहुत ही मुश्किल है। हम वहां पूरी तरह से सुरक्षित थे। कंपनी को हमारी चिंता थी, इसलिए हमें वापस आने का आदेश दिया।
हितेंद्र ने बताया कि हम जोर्ड इंटरनेशनल कंपनी में काम करते हैं। गुरुवार की सुबह जब वे सड़क मार्ग से मुम्बई से वडोदरा पहुंचे, तो सीधे सयाजी अस्पताल गए। वहां उन्होंने अपना मेडिकल चेकअप कराया। डॉक्टर्स ने उनका चेकअप कर उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ बताया। हमें कंपनी को अपना फिटनेस सर्टिफिकेट देना है, इसलिए यह जरूरी था। अब इस सर्टिफिकेट को हम अपनी कंपनी में देंगे।
सयाजी हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट राजीव देवेश्वर ने बताया कि चीन से आए युवाओं का मुम्बई में भी स्क्रिनिंग की गई थी। वहां में उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिए। इसके बाद हमने भी यहां उनका पूरा मेडिकल चेकअप किया। यहां भी उनमें कोरोनावायरस के कोई लक्षण नहीं मिले। इसलिए हमने उन्हें घर जाने की आज्ञा दे दी।
चीन में कोरोना वायरस के चलते पूरे विश्व में हाहाकार मच गया है। ऐसे में वडोदरा शहर की सबसे बड़ी सयाजी हॉस्पिटल में ऐहतियातन स्पेशले आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। ताकि यहां चीन से आने वालों का पूरा मेडिकल चेकअप किया जा सके। यहां सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे वेंटीलेटर, एक्स रे मशीन, सोनाग्राफी आदि के साथ-साथ दवाओं का भी स्टॉक रखा गया है। इसके अलावा 24 घंटे डॉक्टर्स की ड्यूटी भी लगाई गई है।