मनु भाकर के पास हथियार ले जाने की इजाजत थी, उसके बावजूद एर इंडिया के अधिकारीयों ने उनसे 10,000 रुपये मांगे
भारतीय ओलंपियन निशानेबाज मनु भाकर को दिल्ली एयरपोर्ट पर एयर इंडिया ने फ्लाइट में चढ़ने से इसलिए रोक दिया, क्योंकि उनके पास शूटिंग रायफलथी। हालांकि, ये बात अलग है कि मनु के पास हथियार ले जाने की इजाजत थी और वह शूटिंग ट्रेनिंग के लिए भोपाल जा रही थीं। मनु का आरोप है कि इजाजत होने के बावजूद उनसे 10,000 रुपये मांगे गए और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें फ्लाइट में सवार होने से रोक दिया गया। इस मामले में केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू के हस्तक्षेप के बाद मनु भोपाल के लिए उड़ान भर सकीं।
मनु भाकर ने इस संबंध में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है, ‘मुझे IGI दिल्ली में फ्लाइट AI 437 में सवार होने की इजाजत नहीं दी जा रही है और 10,200 रुपये की मांग की जा रही है। जबकि मेरे पास सभी वैध दस्तावेज और DGP परमिट है। एयर इंडिया के प्रभारी उच्च अधिकारी मनोज गुप्ता और अन्य कर्मचारी मुझे अपमानित कर रहे हैं, क्योंकि मेरे पास दो बंदूकें और कारतूस हैं। किरेन रिजिजू, हरदीप पुरी सर मैं प्रतीक्षा कर रही हूं’? उन्होंने यह भी लिखा कि हर बार खिलाड़ियों का अपमान न करें और कृपया पैसे न मांगें।
शूटर ने कहा कि हथियार ले जाने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से अनुमति लेने के बावजूद हवाई अड्डे पर उनके साथ बदसलूकी हुई, पैसे मांगे गए। मनु ने कहा कि उन्हें मध्यप्रदेश शूटिंग अकादमी में अपने प्रशिक्षण के लिए हथियारों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि एयर इंडिया के अधिकारी और सुरक्षा प्रभारी भी मेरे साथ ऐसा व्यवहार कर रहे थे जैसे मैं एक अपराधी हूं। ऐसे लोगों को व्यवहार के बुनियादी प्रशिक्षण की जरूरत है। आशा है एविएशन मिनिस्ट्री इस ओर ध्यान देगी।
इस मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के हस्तक्षेप के बाद मनु आखिरकार फ्लाइट में सवार हो सकीं. उन्होंने इसके लिए रिजिजू को धन्यवाद भी दिया। अपने ट्वीट में शूटर ने लिखा, ‘धन्यवाद सर, आपकी सहायता की वजह से मैं फ्लाइट में सवार हो सकी हूं।’ इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मनु भाकर आप भारत की गौरव हैं। बवाल के बाद एयर इंडिया ने ट्वीट करके खेद जताया है।