भारत के पूर्व लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने राष्ट्रीय चयन पैनल में पूर्व ऑफ स्पिनर राजेश चौहान और बाएं हाथ के बल्लेबाज अमय खुरसिया के साथ पद के लिये आवेदन किया है।
भारत के पूर्व लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने राष्ट्रीय चयन पैनल में पूर्व ऑफ स्पिनर राजेश चौहान और बाएं हाथ के बल्लेबाज अमय खुरसिया के साथ पद के लिये आवेदन किया है। सभी तीन पूर्व भारतीय अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने पीटीआई को पुष्टि की कि वे चयन समिति में पद के लिए आवेदन भर रहे हैं। आवेदन भरने की अंतिम तारीख शुक्रवार 24 जनवरी है। पूर्व जूनियर चयनकर्ता प्रीतम गांधी और मौजूदा जूनियर चयन समिति के सदस्य ज्ञानेंद्र पांडे ने भी आवेदन भरने की पुष्टि की लेकिन दोनों ने एक समिति में चार साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है और लोधा समिति के दिशानिर्देशों के अनुसार उनके नाम पर विचार किए जाने की संभावना नहीं है।
यह तय है कि आवेदकों में से टेस्ट मैच खेलने वाला सबसे सीनियर ही मुख्य चयनकर्ता बनेगा और अगर शिवरामकृष्णन के नाम को मंजूरी मिलती है तो वह सबसे सीनियर होंगे क्योंकि उन्होंने 17 साल की उम्र में अपना टेस्ट पदार्पण 1983 में एंटीगा में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। शिवरामकृष्णन 20 साल से कमेंटरी कर रहे हैं और वह आईसीसी क्रिकेट समिति का हिस्सा होने के अलावा राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में भी स्पिन गेंदबाजी कोच हैं। पूर्व जूनियर मुख्य चयनकर्ता वेंकटेश प्रसाद और पूर्व भारतीय बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ भी इसमें आवेदन कर सकते हैं जिससे चेयरमैन के पद के लिए दावेदारी दिलचस्प हो जाएगी। पता चला है कि दोनों खिलाड़ियों ने अभी फैसला नहीं किया है।
शिवरामकृष्णन (54 वर्ष) नौ टेस्ट और 16 वनडे (25 अंतरराष्ट्रीय) जबकि संजय बांगड़ 12 टेस्ट और 15 वनडे (27 अंतरराष्ट्रीय) खेल चुके हैं। प्रसाद इन सबसे ज्यादा मैच (33 टेस्ट और 161 वनडे) खेल चुके हैं लेकिन जूनियर राष्ट्रीय चयन समिति में ढाई साल के कार्यकाल को देखते हुए वह केवल डेढ़ साल के लिए सीनियर चयनकर्ता रह सकते हैं। वही राजेश चौहान 21 टेस्ट और 35 वनडे के अनुभवी हैं और अनिल कुंबले और वेंकटपति राजू के साथ खेल चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह दूसरी बार भाग्यशाली रहेंगे। अभय खुरसिया ने भी पुष्टि की कि उन्होंने भी आवेदन भरा है।