इंडिया-ऑस्ट्रेलिया की ये सीरीज लगातार विवादों में
सिडनी टेस्ट में नस्लभेदी टिप्पणी का सामना करने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ियों को अब नई मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। चौथा टेस्ट खेलने के लिए ब्रिस्बेन पहुंची इंडियन टीम को जिस होटल में ठहराया गया है, वहां बेसिक सुविधाएं भी नहीं हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक जब भारतीय टीम ब्रिस्बेन के होटल पहुंची तो वहां पर रूम सर्विस और हाउस कीपिंग जैसी सुविधाएं नहीं थीं। जिम बहुत बेसिक था और यह अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा नहीं करता था। होटल में खिलाड़ियों को स्वीमिंग पूल के इस्तेमाल की इजाजत भी नहीं दी गई थी। सूत्र ने कहा कि चेक इन के दौरान हमसे जैसा वादा किया गया था, वैसी सुविधाएं हमें नहीं मिलीं।
सूत्र ने बताया, ‘जब टीम ने होटल के मैनेजमेंट से शिकायत की कि व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं तो उन्हें जवाब मिला कि ये नियम भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई टीम, दोनों पर लागू होते हैं। कोई एक टीम नहीं है, जिस पर सख्त क्वारैंटाइन नियम लागू किए गए हों।’
रिपोर्ट के अनुसार टीम इंडिया के साथ यात्रा करने वाले एक सदस्य ने कहा कि हम कमरे में बंद हैं। हम खुद अपना बिस्तर लगा रहे हैं, खुद अपना टॉयलेट साफ करते हैं। खाना भी पास के भारतीय रेस्टोरेंट से आ रहा है। हम फ्लोर से इधर उधर भी नहीं जा सकते। सदस्य ने बताया कि पूरा होटल खाली है, मगर फिर भी हम स्वीमिंग पूल और जिम सहित होटल कि किसी भी सुविधा का इस्तेमाल नहीं कर सकते। होटल के सभी कैफे और रेस्टोरेंट भी बंद है।
इस बात की शिकायत BCCI के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली, सेक्रेटरी जय शाह और CEO हेमंग अमीन से भी की गई है। इस मसले पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड के अधिकारियों से बात की है। इसके बाद भारतीय टीम को क्वींसलैंड की राजधानी ब्रिस्बेन में ये सुविधाएं देने का भरोसा दिलाया गया है। भारतीय टीम को भी लग रहा है कि गांगुली और जय शाह के दखल के बाद चीजों में सुधार हो जाएगा।
BCCI ने क्वींसलैंड सरकार से कहा था कि ब्रिस्बेन में भारतीय खिलाड़ियों को सख्त क्वारैंटाइन नियमों में ढील दी जाए। क्वींसलैंड सरकार को BCCI ने इस संबंध में एक चिट्ठी भी लिखी थी। इसके बाद क्वींसलैंड सरकार ने कहा था कि भारतीय खिलाड़ियों को ब्रिस्बेन में क्वारैंटाइन नियमों का सख्ती से पालन करना ही होगा। वहां के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि अगर ब्रिस्बेन में टेस्ट होता है, तो टीम इंडिया के प्लेयर्स को सिर्फ ट्रेनिंग और खेलने की ही परमिशन दी जाएगी। बाकी समय उन्हें अपने होटल रूम में ही गुजारना होगा। हालांकि, BCCI ने इस पर ऐतराज जाहिर किया, तब ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि भारतीय दल को एक टीम रूम भी दिया जाएगा, जहां खिलाड़ी एक-दूसरे से मुलाकात कर सकेंगे।
सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय बॉलर मो. सिराज पर दर्शकों ने नस्लभेदी टिप्पणी की थी। बाउंड्री के करीब बैठे दर्शकों की एक टोली लगातार सिराज को ब्राउन मंकी और बिग डॉग बोल रही थी। सिराज की शिकायत के बाद पुलिस ने 6 दर्शकों को बाहर निकाल दिया। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने भी इस घटना पर टीम इंडिया से माफी मांगी थी।